प्रदेश में भारतीय चिकित्सा पद्धति के निष्णात स्नातकों को शिक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने की दृष्टि से लखनऊ, पीलीभीत, झांसी, बरेली, मुजफ्फरनगर, अर्तरा - बांदा हडिया - इलाहाबाद तथा वाराणसी में 8 राजकीय आयुर्वेदिक एवं लखनऊ तथा इलाहाबाद में कुल 320 आयुर्वेदिक स्नातकों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रतिवर्ष NEET के माध्यम से प्रवेश दिया जाता है।
आयुर्वेदिक कॉलेजों में प्रवेश क्षमता एवं कॉलेज से संबद्ध चिकित्सालयों में शैय्याओं का विवरण –
यह संस्था प्रदेश में आयुर्वेदिक पद्धति से चिकित्सा व्यवसाय कर रहे वैद्दों / हकीम के पंजीकरण की एकमात्र संस्था है, जो उत्तर प्रदेश इण्डियन मेडिसिन एक्ट 1939 के प्राविधानों के अधीन इनके पंजीकरण का कार्य करती है ।